RAS Mains


मुख्य परीक्षा (Mains): प्रारंभिक परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद रिक्तियों की संख्या के 15 गुणा अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए चयनित किया जाता है। इस परीक्षा में चार वर्णनात्मक प्रश्न-पत्र शामिल होते हैं प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिए 200 अंक तथा  3 घंटे का समय निर्धारित होता है। इस प्रकार  मुख्य परीक्षा के कुल अंक  800 होते हैं। इन चार प्रश्न-पत्रों  में से तीन प्रश्न पत्र  सामान्य अध्ययन और एक  प्रश्न-पत्र सामान्य  हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी का होता है।

RAS मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम

प्रश्न पत्र – I  सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन

इकाई I – इतिहास

अ – राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य परम्परा और धरोहर

  • प्रागैतिहासिक काल से अठहरवीं शताब्दी के अवसान तक राजस्थान के इतिहास की प्रमुख युगांतकारी घटनाएं, महत्त्वपूर्ण राजवंश, उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था।
  • 19वी-20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएँ : किसान एवं जनजाति आन्दोलन, राजनीतिक जागृति, स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण।
  • राजस्थान की धरोहर: प्रदर्शन व ललित कलाएँ, हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प, राजस्थान में विश्व विरासत के प्रमुख स्थल, राजस्थान में पर्यटन, राजस्थान के मेले, पर्व, लोक संगीत एवं  लोक नृत्य।
  • राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ।
  • राजस्थान के संत, लोक देवता एवं महत्त्वपूर्ण विभूतियाँ।

ब – भारतीय इतिहास एवं संस्कृति

  • भारतीय धरोहर : सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएँ, प्रदर्शन कलाएँ, वास्तुकला एवं साहित्य|
  • प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन।
  • 19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ईस्वी तक आधुनिक भारत का इतिहास: महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे।
  • भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन- इसके विभिन्न चरण व धाराएँ, प्रमुख योगदानकर्ता और देश के भिन्न-भिन्न भागों से योगदान।
  • 19वीं तथा 20वीं शताब्दी में सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलन।
  • स्वातंत्र्योत्तर सुदृढ़ीकरण और पुनर्गठन- देशी रियासतों का विलय तथा राज्यों का भाषायी आधार पर पुनर्गठन।

स – आधुनिक विश्व का इतिहास (1950 ईस्वी तक)

  • पुनर्जागरण व धर्म सुधार।
  • अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम, फ्रांसीसी क्रांति 1789 ईस्वी. व औद्योगिक क्रांति।
  • एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद ।
  • विश्व युद्धों का प्रभाव।

इकाई II – अर्थव्यवस्था खण्ड अ- भारतीय अर्थशास्त्र

  • कृषि – भारतीय कृषि में वृद्धि एवं उत्पादकता की प्रवृत्तियाँ। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र और खाद्य प्रबंधन। कृषिगत सुधार और चुनौतियाँ।
  • औद्योगिक क्षेत्र की प्रवृत्तियाँ – औद्योगिक नीति एवं औद्योगिक वित्त। उदारीकरण, वैश्वीकरण, निजीकरण और आर्थिक सुधार। अवसंरचना और आर्थिक वृद्धि।