राजस्थान में शिक्षा (Education in Rajasthan)

राजस्थान में शिक्षा

राजस्थान में अनेक शैक्षणिक संस्थान हैं। जिनमें राज्य द्वारा संचालित जयपुर, उदयपुर, जोधपुर व अजमेर विश्वविद्यालय; कोटा खुला विश्वविद्यालय; पिलानीमें बिड़ला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एण्ड साइन्स शामिल हैं। यहाँ अनेक राजकीय अस्पताल और दवाख़ाने हैं। यहाँ कई आयुर्वेदिक, यूनानी (जड़ी-बूटियों पर आधारित चिकित्सा पद्धति) एवं होमियोपैथी संस्थान हैं। राज्य सरकार शिक्षा, मातृत्व व शिशु कल्याण, ग्रामीण व शहरी जलापूर्ति एवं पिछड़ों के कल्याण कार्यों पर भारी व्यय करती है।

वर्ष 1844 में लोक शिक्षा विभाग की स्थापना की गई

उच्च शिक्षा हेतु 1846 – 47 में जयपुर में सवाई रामसिहं द्वारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई

अंग्रेजी शिक्षा हेतु लॉर्ड मेयो ने अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना तो 1875 की

12 अगस्त 1943 को जयपुर की महारानी गायत्री देवी ने लड़कियो के लिए एमजीडी गर्ल्स स्कूल खोला

एसएमएस मेडिकल कॉलेज की स्थापना 13मार्च 1946 मे लॉर्ड वैबेल के समय हुई

1947 मे जयपुर मे राजपुताना (राजस्थान विश्वविद्यालय) विश्वविद्यालय की स्थापना की गई

1951 मे राज्य मे साक्षरता 8.50% थी जिसमे पुरूष साक्षरता 13.88% व महिला साक्षरता 2.66% थी

एकीकरण के पश्चात राज्य की सर्वांगीण विकास के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षक के सुचारू रूप से संचालन हेतु 1950 में बीकानेर में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की स्थापना की गई

राज्य में वर्ष 1959 से पंचायत राज व्यवस्था लागू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालयों की प्रबंध व्यवस्था का दायित्व है ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के अधीन जिला परिषद और पंचायत समितियों को सौंप दिया गया

वर्ष 1997 में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का विभाजन कर बीकानेर में अलग-अलग प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की स्थापना की

1 जनवरी 1998 से प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय कार्यरत है

2 अक्टूबर 2010 से संपूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा पंचायती राज संस्थाओं को सौंप दी गई है

राज्य में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए 1958 से संस्कृत निदेशालय की स्थापना की गई

मई 1957 से प्राविधिक शिक्षा मंडल की जोधपुर में स्थापना की गई

2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.1 प्रतिशत है जो 2001 के मुकाबले 5.7% बढ़ी है

1991 से 2001 के दशक में राज्य में साक्षरता दर में 21.85% की ऐतिहासिक वृद्धि की है

राजस्थान का पुरुष साक्षरता में 26 वां स्थान

महिला साक्षरता में राजस्थान का 35 वां स्थान है

राजस्थान की प्रमुख शिक्षण संस्थान

1-राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर

इनकी स्थापना 8 जनवरी 1947 को की गई इनका नाम राजपूताना रखा!

2-मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर

इसकी स्थापना 6 जून 1962 को की गई थी

3-जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय

की स्थापना 1962 में की गई थी जो अपने क्षेत्राधिकार तक सीमित है

4-कोटा खुला विश्वविद्यालय विद्यालय

इसकी स्थापना 22 जुलाई 1987 को की गई थी दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था द्वारा औपचारिक उपाधियां उपलब्ध होने के उद्देश्य से कार्यरत है

5-राजस्थान महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर

इसकी स्थापना जुलाई 1987 में की गई थी

6-आज वनस्थली विद्यापीठ टोंक

1986 में विश्वविद्यालय स्तर प्रदान किया गया

7-राजस्थान की प्रमुख मेडिकल कॉलेज

एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर

जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर

संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज जोधपुर

रविंद्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज उदयपुर

8–राजस्थान की आयुर्वेदिक कॉलेज

सीकर

सरदार शहर

उदयपुर

सादुलपुर

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर में है

9–राजस्थान की प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेज

मालवीय रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज जयपुर

इंजीनियरिंग कॉलेज कोटा

एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज उदयपुर

एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज जोधपुर

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेज उदयपुर

बिरला इंजीनियरिंग कॉलेज पिलानी

इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर

इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में है

10–राजस्थान के प्रमुख कृषि कॉलेज है

जिसमें –उदयपुर, संगरिया

श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर

दयानंद कृषि कॉलेज अजमेर

11–राजस्थान के पशु चिकित्सा कॉलेज

कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी एंड एनिमल हसबेंडरी बीकानेर में है

12-राजस्थान के प्रमुख शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान

रीजनल कॉलेज ऑफ एजुकेशन अजमेर

उच्च शिक्षा अध्ययन केंद्र अजमेर

विद्या भवन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय उदयपुर

निंबार्क शिक्षा महाविद्यालय उदयपुर

वनस्थली विद्यापीठ वनस्थली

जवाहरलाल नेहरु शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय कोटा

महत्वपूर्ण प्रश्न

1.मेयो कॉलेज की स्थापना कब व कहा की गई –

1875 में लार्ड मेयो ने अजमेर में की

2.राजस्थान में आधुनिक शिक्षा का वास्तविक जनक किसे कहते है-

राजस्थान में आधुनिक शिक्षा का वास्तविक जनक शिक्षा अधीक्षक मारकस हरे को कहा जाता है

3.वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय –

पत्राचार के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने के उध्येश्ये से 7नवंबर,1987को इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी .30अगस्त को इस विश्वविद्यालय का वर्तमान नामांकरण किया गया

4.केंद्रीय विश्वविद्यालय-

इस विश्वविद्यालय की स्थापना अजमेर के बांदरसिंदूरी नामक स्थान पर 2009_10में की गई वर्तमान में इस विश्वविद्यालय को पृथ्वीराज चौहान केंद्रीय विश्वविद्यालय नाम दिया गया तथा वर्तमान में किशनगढ़ के राजकीय महाविद्यालय के आर.के.भवन में चल रहा है

5.राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एंव प्रशिक्षण संस्थान-

शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि एंव विद्यालयी शिक्षा का गुणात्मक समुन्नयन करने के उध्येस्ये से मेहरोत्रा समिति सिफारिश पर 11नवंबर 1978 को उदयपुर में स्थापित किया गया.

6.श्री ओम थानवी हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति नियुक्त –

राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने श्री ओम थानवी को हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, जयपुर का प्रथम कुलपति नियुक्त किया है। श्री थानवी की यह नियुक्ति उनके कार्यग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अनधिक अवधि के लिए होगी। देश के मूर्धन्य पत्रकारों में शामिल श्री थानवी को पत्रकारिता का लगभग चालीस साल का लंबा अनुभव है। वे 26 साल तक प्रमुख हिन्दी दैनिक जनसत्ता में पत्रकारिता कर चुके हैं। उन्होंने जनसत्ता में स्थानीय सम्पादक और कार्यकारी सम्पादक के रूप में कार्य किया।

श्री थानवी देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के मीडिया अध्ययन केन्द्र में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में पत्रकारिता के शिक्षण कार्य से भी जुड़े रहे हैं। वे राजस्थान पत्रिका समूह में सम्पादकीय सलाहकार के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।

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