राजस्थान में राष्ट्रपति शासन

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राजस्थान में राष्ट्रपति शासन: अब तक राजस्थान में लगे राष्ट्रपति शासन के बारे में यहां विस्तार से चर्चा की गई है प्रत्येक राष्ट्रपति शासन के समय राजस्थान के मुख्यमंत्री व उस समय राजस्थान के राज्यपाल के बारे में भी बताया गया है।

अब तक राजस्थान में चार बार (1967,1977,1980,1992) राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है। किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा या नहीं इसके लिए कानून में निम्नलिखित प्रावधान किया गया है।

अनुच्छेद 356 राष्ट्रपति शासन

  • अनुच्छेद 356 के अनुसार, यदि राष्ट्रपति को लगता है कि राज्य सरकार संविधान के विभिन्न प्रावधानों के अनुसार काम नहीं कर रही है। तो वह किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा सकता है।
  • किसी भी राज्य में आम चुनाव की समाप्ति के बाद किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत ना मिले एवं ना ही गठबंधन सरकार बने।
  • यदि राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल हो जाए।
  • यह आवश्यक नहीं है कि राष्ट्रपति यह निर्णय केवल उस राज्य के राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर लें।

यदि केंद्र की सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों को कोई भी राज्य की सरकार पालना ना करें तो उस राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल मान लिया जाएगा।

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राष्ट्रपति शासन की घोषणा संबंधित राज्य के राज्यपाल की सिफारिश पर की जाती है।

ध्यातव्य- एक बार राष्ट्रपति शासन लगने के दो माह के भीतर संसद से अनुमति लेनी आवश्यक होता है तथा उसके बाद इसे 6-6 माह की अवधि के लिए अधिकतम 3 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है।

NOTE: भारत में राष्ट्रपति शासन पहली बार 1951 में पंजाब में लगाया गया था।

राजस्थान में राष्ट्रपति शासन (President’s rule in Rajasthan)

प्रथम राष्ट्रपति शासन 1967 में

  • 26 अप्रैल 1967 तक राज्य में चौथी विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था, इस कारण राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।
  • यह 13 मार्च 1967 से लगाया गया जो 26 अप्रेल 1967 तक चला।
  • यह करीब 42 दिन का था जो सबसे छोटा राष्ट्रपति शासन काल माना जाता है।
  • इस समय राजस्थान के राज्यपाल डॉ. संपूर्णानंद थे तथा मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया थे।

मोहनलाल सुखाड़िया

1954 से 1971 तक लगातार चार बार सर्वाधिक समय अवधि 17 वर्ष तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर कार्य किया। सुखाड़िया ने पहली बार 13 नवम्बर 1954 से 11 अप्रेल 1957 तक, दूसरी बार 11 अप्रेल 1957 से 11 मार्च 1962 तक, तीसरी बार 12 मार्च 1962 से 13 मार्च 1967 तक और चौथी और अंतिम बार 26 अप्रेल 1967 से 9 जुलाई 1971 तक मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाली। सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है। बाद में वे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे।

  • इन्होंने ही राजस्थान में संभागीय व्यवस्था को समाप्त किया था।
ध्यातव्य- पहले (1967) राष्ट्रपति शासन लागू होने के समय देश के राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन तथा प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी।

द्वितीय राष्ट्रपति शासन 1977 में

  • पांचवी राजस्थान विधान सभा मे सन 1977 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरदेव जोशी के शासनकाल में 30 अप्रेल 1977 से 21 जून 1977 तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा ।
  • इस समय राजस्थान में राज्यपाल वेद पाल त्यागी थे, तथा मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी थे।
ध्यातव्य- राजस्थान में दुसरी बार (1977) राष्ट्रपति शासन लागू होने के समय बी. डी. जत्ती कार्यवाहक राष्ट्रपति तथा मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री थे।

तृतीय राष्ट्रपति शासन में 1980 में

  • 17 फरवरी 1980 को पहली बार निर्वाचित सरकार को भंग करके राष्ट्रपति शासन लागू किया गया तथा मध्यावधि चुनाव हुए थे।
  • तीसरा राष्ट्रपति शासन 16 मार्च, 1980 से 6 जून 1980 तक लागू रहा।
  • यह करीब 100 दिन तक लागू रहा था।
  • इस समय राज्यपाल रघुकुल तिलक तथा मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत थे।
ध्यातव्य- राजस्थान में तीसरी बार (1980) राष्ट्रपति शासन लागू होने के समय देश के राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी  तथा इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी।

चौथा राष्ट्रपति शासन 1992 में

  • राजस्थान में चौथा राष्ट्रपति शासन 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद के कारण 15 दिसंबर, 1992 को लगा था, जो 4 दिसंबर, 1993 को खत्म हो गया।
  • इस समय मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत तथा राज्यपाल डॉ. मरिचन्ना (चंदा) रेडी थे।
  • राष्ट्रपति शासन समाप्त होने के बाद भैरोसिंह शेखावत ने ही सरकार बनाई।
  • चौ​थे राष्ट्रपति शासन काल के समय राजस्थान के राज्यपाल मर्री चेन्ना रेड्डी थे। वे 5 फरवरी, 1992 से 31 मई, 1993 तक राज्यपाल रहे।
  • उनके बाद 31 मई, 1993 से 30 जून, 1993 तक धनिक लाल मंडल ने अतिरिक्त प्रभार संभाला।
  • बलिराम भगत 30 जून, 1993 से 1 मई, 1998 तक रहे।
ध्यातव्य- राजस्थान में चौथी बार (1992) राष्ट्रपति शासन लागू होने के समय डॉ. शंकरदयाल शर्मा राष्ट्रपति तथा पी. वी. नरसिम्हा राव  देश के प्रधानमंत्री थे।

NOTE: हाल ही में राजस्थान के प्रथम अनुसूचित जाति व दलित वर्ग के मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया का निधन हुआ था।

राजस्थान में राष्ट्रपति शासन कब व किसके समय लगा:   

Yearराज्यपालमुख्यमंत्री
1967डॉ. संपूर्णानंदमोहनलाल सुखाड़िया
1977वेद पाल त्यागीहरिदेव जोशी
1980रघुकुल तिलकभैरोसिंह शेखावत
1992मर्री चेन्ना रेड्डीभैरोसिंह शेखावत

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FAQs

Q. राजस्थान में लागू निम्नलिखित में से कौन सा राष्ट्रपति शासन का कार्यकाल सबसे लंबा रहा?

(A) दूसरा

(B) तीसरा

(C) पहला

(D) चौथा

Answer: D

Q. राजस्थान में लागू निम्नलिखित में से कौन सा राष्ट्रपति शासन का कार्यकाल सबसे छोटा रहा?

(A) दूसरा

(B) तीसरा

(C) पहला

(D) चौथा

Answer: C

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