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ग्रामीण गैर कृषि विकास एजेंसी (RUDA)

ग्रामीण गैर कृषि विकास एजेंसी (RUDA): रूडा लघु उद्यमों के कलस्टर के विकास द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी आजीविका के साधन विकासित करने का कार्य करती है।

ग्रामीण गैर कृषि विकास अभिकरण (RUDA – Rural non Farm Development Agency)

  • स्थापना – 1995
  • मुख्यालय – जयपुर (राजस्थान)

राजस्थान सरकार ने राज्य में ग्रामीण सूक्ष्म उद्यमों जैसे हैंडलूम, हस्तशिल्प, ऊन, चर्म व खनिज आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष एजेंसी के रूप में नवंबर 1995 में ग्रामीण गैर कृषि विकास एजेंसी (Rural Non Farm Development Agency, RUDA) की स्थापना की।

रूडा को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1958 के तहत पंजीकृत किया गया है, जो इसे अपने कामकाज में एक निश्चित स्वायत्तता और लचीलापन देता है।

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RUDA के कार्य

  • गैर – कृषि क्षेत्र का विकास
  • ग्रामीण दस्तकारों को संगठित व प्रशिक्षित करना।
  • ग्रामीण लघु उद्यम उत्पादों का विकास तथा आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार डिजाइनों  का विकास।
  • ग्रामीण उद्योगों की विपणन व्यवस्था सुनिश्चित करना तथा विदेशों में प्रचार हेतु नेटवर्क स्थापित करना।
  • ग्रामीण लघु उद्यमों के विकास हेतु बैंक ऋण व अन्य लाभप्रद व्यवस्थाएँ सुनिश्चत करना।
  • यह लघु उद्योग के क्लस्टर के विकास द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थाई आजीविका के साधन विकसित करने के लिए कार्य करती है।

Q. RUDA (ग्रामीण गैर कृषि विकास एजेंसी-RUDA) की स्थापना किस वर्ष में हुई थी?

(a) 1995

(b) 1985

(c) 1991

(d) 1993

Answer: A

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