भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी अभियान

भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी अभियान: शिक्षा मंत्रालय ने  एक भारत श्रेष्ठ भारत (EBSB) के तहत ‘भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी’ अभियान का शुभारंभ किया है।

भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी’ अभियान -https://myrpsc.in
भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी’ अभियान

Bhasha Certificate Selfie अभियान

इस अभियान का उद्देश्य सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहित करने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत (Ek Bharat Shreshtha Bharat) के तत्वावधान में मंत्रालय द्वारा लॉन्च किए गए भाषा संगम मोबाइल ऐप को बढ़ावा देना है।

भाषा संगम मोबाइल ऐप को 31 अक्टूबर, 2021 को शिक्षा और कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) द्वारा भारतीय भाषाओं के प्रचार पर जोर देने के लिए लॉन्च किया गया था।

भाषा संगम पहल ऐप के बारे में:

  • इसे राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा विकसित किया गया है। और उपयोगकर्ताओं को 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं में दैनिक उपयोग के 100+ वाक्य सीखने की अनुमति देता है।
  • यह दीक्षा (DIKSHA), ईपाठशाला (ePathshala) और 22 पुस्तिकाओं के माध्यम से उपलब्ध है।
  • ‘भाषा सर्टिफिकेट सेल्फी’ पहल लोगों को हैशटैग #BhashaCertificateSelfie का उपयोग करके सर्टिफिकेट के साथ अपनी सेल्फी अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

आठवीं अनुसूची:

आठवीं अनुसूची से संबंधित संवैधानिक प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 344 (1) और 351 में निहित हैं।

इन भाषाओं को संवैधानिक संशोधनों के माध्यम से जोड़ा गया है।

  • आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाएँ हैं:
  • असमिया, (2) बांग्ला, (3) गुजराती, (4) हिंदी, (5) कन्नड़, (6) कश्मीरी, (7) कोंकणी, (8) मलयालम, (9) मणिपुरी, (10) मराठी, (11) नेपाली, (12) उड़िया, (13) पंजाबी, (14) संस्कृत, (15) सिंधी, (16) तमिल, (17) तेलुगू, (18) उर्दू (19) बोडो, (20) संथाली, ( 21) मैथिली और (22) डोगरी।

एक भारत श्रेष्ठ भारतपहल:

यह शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है।

इसे वर्ष 2015 में विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देने हेतु शुरू किया गया था ताकि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के बीच आपसी समझ और बंधन को बढ़ाया जा सके, जिससे भारत की एकता और अखंडता मज़बूत होगी।

देश के प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश को एक समयावधि के लिये दूसरे राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के साथ जोड़ा जाएगा, जिसके दौरान लोग भाषा, साहित्य, व्यंजन, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पर्यटन आदि क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ विचारों का आदान प्रदान कर लाभान्वित होंगे।

Leave a Comment

x