राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण इकाई का उद्घाटन किया: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लखनऊ में रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र की लैब का शिलान्यास किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 26 दिसंबर, 2021 को लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस क्रूज मिसाइल (BrahMos Aerospace cruise missile) निर्माण इकाई की आधारशिला रखी। उन्होंने लखनऊ में डीआरडीओ रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र की नींव भी रखी। ब्रह्मोस परियोजना 5,500 नए रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करेगी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र तथा ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र के शिलान्यास के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा, ”हम ब्रह्मोस मिसाइल बना रहे हैं, रक्षा के दूसरे उपकरण और हथियार बना रहे हैं तो दुनिया के किसी देश पर आक्रमण करने के लिए नहीं बना रहे हैं.”
- इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने दोहराया कि रूस भारत का रणनीतिक साझेदार है।
- उन्होंने भारत में बाहरी खतरों को रोकने के लिए भारत के परमाणु और अन्य सैन्य प्रतिरोधों का भी समर्थन किया।
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली दुनिया के सबसे सफल मिसाइल कार्यक्रमों में से एक है। भारत ने अपने निकटतम रणनीतिक सहयोगी रूस के साथ संयुक्त रूप से साझेदारी की है।
- दुनिया के सबसे अच्छे और सबसे तेज सटीक-निर्देशित हथियार के रूप में, ब्रह्मोस ने 21वीं सदी में भारत की प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत किया है।
ब्रह्मोस मिसाइल विशेषताएं
- ब्रह्मोस भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और रूस के NPOM का एक संयुक्त उद्यम है। ब्रह्मोस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर पड़ा है।
- 2012 में, ब्रह्मोस का एयर-लॉन्च वर्जन पेश किया गया और इसे 2019 में सेवा में शामिल किया गया। वर्तमान में, ब्रह्मोस-द्वितीय नामक मिसाइल का एक हाइपरसोनिक संस्करण का विकास किया जा रहा है। इसकी गति मैक 7-8 है। इस मिसाइल के 2024 तक परीक्षण के लिए तैयार होने की संभावना है।
- भारतीय रक्षा बलों के तीनों अंगों ने पहले ही ब्रह्मोस उन्नत हथियार प्रणाली को शामिल कर लिया है।
- हाल ही में, भारत ने चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO):
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( DRDO, डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिये देश की अग्रणी संस्था है।
Headquarters: DRDO Bhavan, New Delhi
Founded: 1958