मजार-ए-फखरी राजस्थान के किस जिले में स्थित है?

[A] टोंक [B] जालौर [C] डूंगरपुर [D] बीकानेर Answer: C मजार-ए-फखरी डूंगरपुर जिले में स्थित है। गलियाकोट दरगाह को मजार-ए-फखरी के नाम से भी जाना जाता है। जो शिया सम्प्रदाय के बोहरा मुसलमानों का बड़ा ही धार्मिक स्थान है। यह जगह सैयद फखरुद्दीन शहीद की समाधि है। वर्ष में एक बार पीर फखरुद्दीन की दरगाह … Read more

राजस्थान के किस पैलेस में ‘स्कल्पचर पार्क’ स्थित है?

[A] गोरबंध पैलेस [B] माधवेंद्र पैलेस [C] सरिस्का पैलेस [D] उमेद भवन Answer: B ‘स्कल्पचर पार्क’ नाहरगढ़ किले के माधवेंद्र पैलेस में स्थित है। नाहरगढ़ किले के माधवेंद्र पैलेस में राजस्थान गवर्नमेंट और नई दिल्ली स्थित साथ साथ आर्ट के सहयोग से देश का पहला स्कल्प्चर पार्क शुरु किया गया है। भारत में बढ़ते कंटेम्परेरी … Read more

धुमालो/अमलो/ सेलो/बागा किसके प्रकार है?

[A] कुर्ता [B] ओढ़नी [C] पगड़ी [D] घाघरा Answer: C घुमालो, पेटा, लपेटो, बागा, साफा, पाग, पेचा, अमलो, फालियो, सेलो, शिरोप्राण आदि पगड़ियों के उपनाम है। पगड़ी पुरुषों द्वारा सिर पर बाँधी जाती है। जो मान-सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक होती है। पाग: पाग, उस पगड़ी को कहते हैं जो लम्बाई में सर्वाधिक होती है। … Read more

थेवा कला का संबंध राजस्थान के किस जिले से है?

[A] बाड़मेर [B] जोधपुर [C] प्रतापगढ़ [D] बीकानेर Answer: C थेवा कला का संबंध राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से है। थेवा कला में विभिन्न रंगों के शीशों (कांच ) को चांदी के महीन तारों से बने फ्रेम में डालकर उस पर सोने की बारीक कलाकृतियां उकेरी जाती हैं। थेवा कला के बारे में NOTE: थेवा … Read more

तिलवाड़ा का मेला किस लोक देवता की स्मृति में आयोजित होता है?

[A] हरभूजी [B] गोगा जी [C] मल्लीनाथजी [D] देवनारायणजी Answer: C बालोतरा के तिलवाड़ा में मल्लीनाथजी का प्रसिद्ध मंदिर है। जहां हर साल चैत्र कृष्णा एकादशी से चैत्र शुक्ला एकादशी तक पन्द्रह दिन का मेला भरता है। जहां बड़ी संख्या में पशुओं का क्रय विक्रय भी होता है। मल्लीनाथ जी के गुरु का नाम डगमसी … Read more

चन्द्रभागा मेला प्रतिवर्ष कार्तिक मास में कहाँ आयोजित होता है?

[A] बाँसवाड़ा [B] अजमेर [C] झालरापाटन [D] डूंगरपुर Answer: C झालरापाटन में यह मेला हर साल कार्तिक महीने में लगता है। यह मेला चंद्रभागा नदी के सम्मान में मनाया जाता है। कार्तिक मास के पूरे चांद में इस नदी में स्नान करना उत्तम माना गया है। इस दिन दूर दूर से श्रद्धालु आकर यहाँ डुबकी … Read more

छेला बावजी और ग्यारस की रैवाड़ी राजस्थान की किस जनजाति के प्रमुख मेले हैं?

[A] सांसी जनजाति [B] डामोर जनजाति [C] कंजर जनजाति [D] सहरिया जनजाति Answer: B छेला बावजी और ग्यारस की रैवाड़ी राजस्थान की डामोर जनजाति के प्रमुख मेले हैं। डामोर जनजाति राजस्थान में सर्वाधिक डूंगरपुर जिले के सीमलवाडा पंचायत क्षेत्र में निवास करते हैं। ↠ छैला बावजी का मेला गुजरात राज्य के पंचमहल नामक स्थान पर … Read more

राजस्थान के निम्नलिखित मंदिरों में से गुर्जर-प्रतिहार काल में निर्मित मंदिरों को चुनिए (RAS Pre 2016)

(i) आहड़ का आदिवराह मंदिर (ii) ओसियां को हरिहर मंदिर (iii) राजोरगढ़ का नीलकंठ मंदिर (iv) आभानेरी का हर्षतमाता का मंदिर  कूट :  (a) (I) और (II)  (b) (I), (II) और (IV)  (c) (II) और (III)  (d) (I), (II), (III) और (IV) Answer: D राजस्थान में गुर्जर-प्रतिहार काल में निर्मित मंदिर भारत में गुर्जर प्रतिहार … Read more

रिंद्रोही के लेखक कौन है?

(A) जीवाधर (B) मालचंद तिवारी (C) अर्जुनदेव चारण (D) मणि मधुकर Answer: C रिंद्रोही (जंगली वन) अर्जुनदेव चारण की कुछ साठ कविताओं का संग्रह है। अर्जुनदेव चारण अर्जुनदेव चारण का जन्म 10 मई 1954 को जोधपुर के मथानिया गांव में हुआ था। अर्जुनदेव चारण एक राजस्थानी कवि, आलोचक, नाटककार, रंगमंच निर्देशक और अनुवादक हैं। भारतीय … Read more

संत लालदास जी का जन्म कहाँ हुआ था?

(A) किशनगढ़, अजमेर (B) जसरासर, बीकानेर (C) धौली दुव गाँव, अलवर (D) कोल्हा गांव, हनुमानगढ़ Answer: C संत लालदास का जन्म 1540 ई. में धौली दुव गाँव (अलवर) में हुआ था। संत लालदास जी मेव जाति के थे। इनके पिता का नाम चाँदमल जी एवं माता का नाम समदा बाई था। मध्यकाल में मेवात क्षेत्र में धार्मिक पुनर्जागरण का कार्य प्रसिद्ध संत लालदास जी ने किया था। … Read more

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