ईडाणा माता: अग्नि स्नान करने वाली देवी

ईडाणा माता: अग्नि स्नान करने वाली देवी – उदयपुर शहर से 65 किलोमीटर दूर कुराबड़-बम्बोरा मार्ग पर श्री शक्ति पीठ ईडाणा माता का प्राचीन मंदिर है। मंदिर की खास बात यह है कि ईडाणा माता अग्नि स्नान करती हैं। यहां अचानक आग लगती है और ठंडी भी हो जाती है। बड़ी बात यह है कि … Read more

राजस्थान के प्रमुख मीरा मंदिर

राजस्थान के प्रमुख मीरा मंदिर: आज के आर्टिकल में हम राजस्थान के प्रमुख मीरा मंदिर के बारे में जानेंगे। आज का हमारा यह आर्टिकल RPSC, RSMSSB, Rajasthan Police,  एवं अन्य परीक्षाओं की दृष्टि से अतिमहत्वपुर्ण है। राजस्थान के प्रमुख मीरा मंदिर से सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी यहाँ दी गई है। श्रीकृष्ण मंदिर/ मीरा मंदिर जगत शिरोमणि … Read more

नाहरगढ़ दुर्ग | Nahargarh fort Rajasthan

नाहरगढ़ दुर्ग | Nahargarh fort Rajasthan: नाहरगढ़ दुर्ग राजस्थान के ऐतिहासिक दुर्गो में से एक है। राजस्थान की राजधानी जयपुर के चारों ओर स्थित अरावली पर्वतमाला के शिखर पर मुकुट के समान स्थित यह दुर्ग अपने आप में भव्य हैं। इस दुर्ग का आकार एक मुकुट के समान है अतः नाहरगढ़ दुर्ग को जयपुर के … Read more

जयपुर का 295वां स्थापना दिवस

जयपुर का 295वां स्थापना दिवस: राजस्थान की राजधानी और गुलाबी नगरी जयपुर का 295वां स्थापना दिवस (jaipur foundation day ) शुक्रवार को मनाया जा रहा है। महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 18 नवंबर 1727 को जयपुर की स्थापना की थी। दुनियाभर में पिंक सिटी, गुलाबी नगर, भारत का पेरिस समेत कई नामों से पहचाने जाने … Read more

हवामहल के बारे में  जानकारी

हवामहल के बारे में  जानकारी: हवामहल का अर्थ है हवा का महल। हवामहल में 953 झरोखेदार खिड़कियां हैं। इन खिड़कियों में से बहती हवा महल के भीतर आकर वातानुकूलन का कार्य करती है। सैकड़ों खिडकियों में से हवा के प्रवाह के कारण ही इस महल को ‘हवामहल’ कहा गया। दुनियाभर में इस इमारत को ‘पैलेस … Read more

कालबेलिया नृत्य  | Kalbeliya Dance

कालबेलिया नृत्य  | Kalbeliya Dance: कालबेलिया नृत्य कालबेलिया समुदाय के पारंपरिक जीवनशैली की एक अभिव्यक्ति है। यह इसी नाम की एक राजस्थानी जनजाति से संबंधित है। कालबेलिया नृत्य राजस्थान के प्रसिद्ध लोक नृत्यों में से एक है। कालबेलिया नृत्य में सिर्फ़ स्त्रियाँ ही भाग लेती हैं। कालबेलिया जनजाति की सर्वाधिक आबादी राजस्थान के पाली जिले … Read more

जवाहर कला केन्द्र (Jawahar Kala Kendra)

जवाहर कला केन्द्र (Jawahar Kala Kendra): जवाहर कला केंद्र जयपुर की संस्कृति का मुख्य आकर्षण है। इस केंद्र की स्थापना का उद्देश्य यही था कि राजस्थान की समृद्ध कला एवं शिल्प को संरक्षित रखा जाए। जवाहर कला केंद्र की डिजाईन भारतीय ज्योतिष की अवधारणा पर की गई है। विभिन्न ब्लॉक्स में विभाजित जवाहर कला केंद्र … Read more

राजस्थान की प्रमुख  हवेलियाँ | Major Havelis of Rajasthan

राजस्थान की प्रमुख  हवेलियाँ | Major Havelis of Rajasthan: नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आप राजस्थान की प्रमुख हवेलियाँ से संबंधित संपूर्ण जानकारी MYRPSC पर प्राप्त करेंगे। राजस्थान की प्रमुख  हवेलियाँ हवेली स्थापत्य कला का विकास विशेषकर 17वीं-18वीं सदी में हुआ। हवेली निर्माण में मुख्य योगदान राजस्थान के सेठ-साहूकारों का रहा है। राजस्थान में सर्वाधिक … Read more

राजस्थान की प्रमुख छतरियां

राजस्थान की प्रमुख छतरियां: नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आप राजस्थान की प्रमुख छतरियां से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। राजस्थान की प्रमुख छतरियां गैटोर की छतरियां NOTE: यहाँ जयपुर के सभी राजाओं की छतरियों है, सिवाय सवाई ईश्वर सिंह के जिनकी छतरी चन्द्रमहल (सिटी पैलेस) में है। इसका निर्माण सवाई माधोसिंह ने करवाया था। … Read more

राजस्थान की हस्तकला / Rajasthan ki Hastkala

राजस्थान की हस्तकला: नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आप राजस्थान की हस्तकला (Rajasthan ki Hastkala) से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। राजस्थान की हस्तकला  / Rajasthan ki Hastkala हाथों द्वारा कलात्मक वस्तुओं के निर्माण को हस्तकला कहा जाता है। राजस्थान की अनेक कलात्मक वस्तुएँ विश्वभर में लोकप्रिय है और बहुत ही चाह से खरीदी जाती … Read more

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