भुताला का युद्ध सन् 1227 ई. में मेवाड़ शासक जैत्रसिंह एवं इल्तुतमिश के मध्य गोगुन्दा के पास लड़ा गया जिसमें मेवाड़ शासक जैत्रसिंह विजय हुआ।
- सन 1213 ई. में रावल जैत्रसिंह मेवाड़ के शासक बने।
- जैत्रसिंह को मेवाड़ की प्रतिष्ठा का पुनर्स्थापक भी कहा गया।
- भूताला नामक स्थान वर्तमान में राजसमंद जिले में नाथद्वारा के निकट स्थित है।
- इस युद्ध में गुहिलों के साथ चौहान, चंदाणा, सोलंकी, परमार आदि राजपूतों के अलावा चारण और भील योद्धा भी थे। इल्तुतमिश रावल जैत्रसिंह को अपमानित करना चाहता था।
- इस युद्ध में नागदा पूरी तरह नष्ट हो गई। जैत्र सिंह ने चित्तौड़ को अपनी राजधानी बनाया।
- तलारक्ष योगराज के पुत्र पमराज नागदा नगर नष्ट होने के समय भूताला के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए।
- युद्ध की जानकारी हम्मीर मदमर्दन ग्रंथ से मिलती है जो की जय सिंह सुरी द्वारा रचित है ।