टीबी मुक्त अभियान में झुंझुनू का प्रदेश में दूसरा स्थान

टीबी मुक्त अभियान में झुंझुनू का प्रदेश में दूसरा स्थान: राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में विभिन्न पैरामीटर में झुंझुनू जिले का राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्य रहा है। झुंझुनू जिले ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के तहत सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान में प्रदेश स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया है।

मुख्य बिंदु

  • जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय सिंह ने बताया कि पिछले साल 15 अगस्त को कलेक्टर ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान का शुभारंभ किया था।
  • कार्यक्रम को लेकर जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा और विभाग के शासन सचिव डॉ. पृथ्वी ने जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय सिंह और जिला कार्यक्रम समन्वयक मोहन चाहर को सम्मानित किया है।
  • राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले की 45 ग्राम पंचायतों में प्रभावी मॉनिटरिंग के साथ अभियान का सफल क्रियान्वयन किया गया। जिसमें खेतड़ी ब्लॉक के वार्ड नंबर 13 में उल्लेखनीय काम किया गया।

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान: क्षय रोग (TB) के खिलाफ देश की लड़ाई में तेज़ी लाने और वर्ष 2025 तक रोग को खत्म करने के प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ किया था।

‘क्षय रोग’ (TB)

  • परिचय: टीबी या क्षय रोग ‘माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस’ नामक जीवाणु के कारण होता है,
    • यह आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
    • यह एक इलाज योग्य और साध्य रोग है।
  • संचरण: टीबी रोग हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब ‘पल्मोनरी टीबी’ से पीड़ित कोई व्यक्ति खाँसता, छींकता या थूकता है, तो वह टीबी के कीटाणुओं को हवा में फैला देता है।
  • लक्षण: ‘पल्मोनरी टीबी’ के सामान्य लक्षणों में बलगम, कई बार खून के साथ खाँसी और सीने में दर्द, कमज़ोरी, वज़न कम होना, बुखार और रात को पसीना आना शामिल है।
  • वैक्सीन: बैसिल कैलमेट-गुएरिन (BCG) टीबी रोग के लिये एक टीका है।

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