यह शिलालेख केकड़ी जिले के बड़ली गाँव (भिनाय) के भिलोत माता मंदिर से एक स्तम्भ के टुकड़े से प्राप्त हुआ है यह राजस्थान का सबसे प्राचीन शिलालेख है इसकी लिपि ब्राह्मी है। यह अशोक से भी पहले ब्राह्मी लिपि का है।
खंडित अवस्था में यह शिलालेख डॉ. जी. एच. ओझा को 1912 ई. में मिला था, वर्तमान में अजमेर संग्रहालय में रखा है। भारत का दूसरा पुराना अभिलेख माना जाता है।