[A] इसमें नाइट्रोजन की पर्याप्त मात्रा होती है।
[B] यह क्रिस्टलीय और कायांतरित चट्टानों से बनती है।
[C] यह राजस्थान के पश्चिमी रेगिस्तानी क्षेत्र में पाई जाती है।
[D] यह लोहे की उपस्थिति के कारण काली दिखती है।
Answer: B
राजस्थान में लैटेराइट लैटेराइट मिट्टी
यह डूंगरपुर, उदयपुर के मध्य व दक्षिणी भागों एवं दक्षिणी राजसमन्द जिले में मिलती है। यह प्राचीन स्फट्कीय (Crystalline) व कायान्तरित चट्टानों से निर्मित है।
विशेषताएँ-
(i) इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, ह्युमस आदि की कमी पाई जाती है।
(ii) लौह तत्व की उपस्थिति के कारण इस मिट्टी का रंग लाल दिखाई देता है।
(iii) इस मिट्टी में मक्का, चावल व गन्ने की खेती की जाती है।