[A] बारां
[B] करौली
[C] डूंगरपुर
[D] झालावाड़
Answer: B
शुष्क सागवान के वन राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, झालावाड़, चित्तौड़गढ़ व बारां जिलों में पाये जाते है।
राजस्थान में शुष्क सागवान के वन
- शुष्क सागवान वन 250 से 450 मीटर की ऊँचाई वाले क्षेत्रों में मिलते हैं। इन वनों में सागवान वृक्ष के बहुतायत से पाये जाने पर इन्हें यह नाम दिया गया है।
- इन वनों में सागवान की मात्रा 50 से 75 प्रतिशत के मध्य मिलती है। इनके अतिरिक्त इन वनों में तेंदू, धावड़ा, गुरजन, गोदल, सिरिस, हल्दू, खैर, सेमल, रीठा बहेड़ा व इमली के वृक्ष भी पाये जाते हैं।
- सागवान के वन 75 से 110 सेमी वार्षिक औसत वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- सागवान के वन अधिक सर्दी व पाला सहन नहीं कर पाते है अतः इन वृक्षों का विस्तार राजस्थान के दक्षिणी क्षेत्रों में अधिक है।
- सागवान की लकड़ी कृषि औजारों व इमारती कार्यों के लिए बहुत उपयोगी है।