अरथूना मंदिर राजस्थान में कहां स्थित है? अरथुना का इतिहास
अरथूना कस्बा राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है, यह मामूली-सा कस्बा 11वीं और 12वीं शताब्दी के इतिहास का खजाना समेटे हुए है।
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में अरथूना में हिंदू धर्म, संस्कृति और ध्यान का महत्वपूर्ण संगम है। यहां परमार वंश के राजाओं द्वारा निर्मित कई मंदिर इस क्षेत्र की प्राचीन धरोहर और समृद्ध विरासत के रूप में मौजूद हैं।
अरथूना शहर की स्थापना परमार वंश के राजा पुंडरिक ने की थी, जिसे प्राचीन काल में अमरावती उर्तथूणक नगरी के नाम से जाना जाता था। इसके बाद लगभग 30 मंदिर यहां बनवाए गए, जिसमें एक पवित्र कुंड भी शामिल है।
अरथूना के पुरातात्विक संग्रह में कई महत्वपूर्ण मंदिर विद्यमान हैं, मांडलिक मंडलेश्वर महादेव मंदिर, चौंसठ योगिनियों का मंदिर, हनुमान मंदिर समेत अन्य छोटे-बड़े मन्दिरों के साथ कलात्मक स्तम्भ भी यहां दर्शनीय हैं।
अरथूना शहर की कहानी परमार वंश की स्थायी विरासत और हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित और मनाए जाने की आवश्यकता की याद दिलाती है।