[A] बाणभट्ट
[B] अश्वघोष
[C] शारंगदेव
[D] सूरदास
Answer: C
संगीत रत्नाकर ग्रंथ के लेखक शारंगदेव है।
Explanation:
- संगीत रत्नाकर (13वीं सदी) शारंगदेव द्वारा रचित संगीतशास्त्रीय ग्रंथ है।
- इस ग्रंथ में संगीत व नृत्य का विस्तार से वर्णन है। शारंगदेव, यादव राजा ‘सिंहण‘ के राजदरबारी थे।
- यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण संगीतशास्त्रीय ग्रंथों में से है।
- यह ग्रंथ हिन्दुस्तानी संगीत तथा कर्नाटक संगीत दोनो द्वारा समादृत है।
- इसे ‘सप्ताध्यायी’ भी कहते हैं क्योंकि इसमें सात अध्याय हैं।