राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय (चिड़ियाघर)
आज के आर्टिकल में हम राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय (चिड़ियाघर) के बारे में जानेंगे। आज का हमारा यह आर्टिकल RPSC, RSMSSB, Rajasthan Police, एवं अन्य परीक्षाओं की दृष्टि से अतिमहत्वपुर्ण है। राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय (चिड़ियाघर) से सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी यहाँ दी गई है।
राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय के बारे में जानकारी
राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय
वर्तमान में राजस्थान में कुल 5 जंतुआलय है।
1. जयपुर जन्तुआलय:
- जयपुर जंतुआलय की स्थापना 1876 ई. में महाराजा सवाई रामसिंह द्वारा जयपुर के रामनिवास बाग़ में की गयी थी। यहां पर मगरमच्छों एवं घड़ियालों का कृत्रिम प्रजनन केंद्र है। यहां पर हाल ही में बाघों का प्रजनन भी किया गया है।
- जयपुर जंतुआलय राजस्थान का सबसे बडा व सबसे प्राचीन जंतुआलय है।
2. उदयपुर जंतुआलय:
- उदयपुर जंतुआलय की स्थापना 1878 ई. में उदयपुर के गुलाबबाग में की गई थी। यहां पर एक पक्षीशाला विकसित की गई है।
3. बीकानेर जंतुआलय:
- बीकानेर जंतुआलय की स्थापना बीकानेर के सार्वजनिक उद्यान में 1922 ई. में की गयी, जो वर्तमान में बंद है।
4. जोधपुर जंतुआलय:
- जोधपुर जंतुआलय की स्थापना 1936 ई. में जोधपुर में की गयी। यहां पर राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण का कृत्रिम प्रजनन केंद्र है।
5. कोटा जंतुआलय: कोटा जंतुआलय की स्थापना 1954 ई. में की गई थी। यह राजस्थान का सबसे नवीन जंतुआलय है।
FAQs
राजस्थान का नवीनतम जंतुआलय कौन सा है?
राजस्थान का नवीनतम जंतुआलय कोटा जंतुआलय है जिसकी स्थापना 1954 ई. में की गई थी।
राजस्थान का सबसे प्राचीन जंतुआलय कौन सा है?
जयपुर जंतुआलय राजस्थान का सबसे बडा व सबसे प्राचीन जंतुआलय है।
वर्तमान में राजस्थान में कितने जंतुआलय है?
वर्तमान में राजस्थान में कुल 5 जंतुआलय है। जयपुर जन्तुआलय, उदयपुर जंतुआलय, बीकानेर जंतुआलय, जोधपुर जंतुआलय व कोटा जंतुआलय