फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी राजस्थान की वानिकी और जैव विविधता विकास परियोजना में सहायता करेगी

6 अप्रैल, 2023 को जयपुर के सरकारी सचिवालय में हुई बैठक में राज्य की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार और फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी के बीच समझौता हो गया है, जिसके तहत बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा.

फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी के सहयोग से ‘राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता विकास परियोजना’ लागू की जानी है, जिससे राज्य के हरित क्षेत्र में वृद्धि होगी।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. डी.एन पाण्डेय और फ्रांस डेवलपमेंट एजेन्सी के भारत में कन्ट्री डायरेक्टर बोसले ब्रूनो के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर हुए।

राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता विकास परियोजना

  • वन विभाग की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत अगले 8 वर्षों में 13 जिलों में 1693.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 70 प्रतिशत (1185.28 करोड़ रुपये) फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा और 30 प्रतिशत (508.62 करोड़ रुपये) राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
  • इस परियोजना के तहत राज्य के अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, सवाई माधोपुर, भरतपुर, कोटा और टोंक में विभिन्न कार्य किये जायेंगे.
  • 55 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण के साथ ही 55 लाख पौधे वन विभाग के अधिकृत क्षेत्रों के अलावा बाहरी क्षेत्रों में भी वितरित किये जायेंगे.
  • भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, बीसलपुर, टोंक और कोटा संरक्षण रिजर्व, कोटा के भैंसरोडगढ़ अभयारण्य, बूंदी के रामगढ़ विषधारी अभयारण्य और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में पेड़ वन क्षेत्रों में लगभग 610 किमी की सीमाओं को कंक्रीट की दीवारों से सुरक्षित किया जाएगा।

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