भगवान देवनारायण जी की फड़ का वाचन गुर्जर भोपे कौनसे वाद्ययंत्र के साथ करते हैं?

(A) जन्तर

(B) डमरू

(C) रावण हत्था

(D) कामायचा

Answer: A

देवनारायण जी की फड़ अविवाहित गुर्जर भोपो द्वारा बांची जाती है। देवनारायण जी की फड राज्य की सबसे प्राचीन व सबसे लम्बी फड है। इनकी फड़ पर भारत सरकार द्वारा 1992 में पांच रुपये का डाक टिकट जारी किया गया।

देवनारायणजी का मंदिर आसींद (भीलवाड़ा) में है जहाँ प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मेला लगता है। देवनारायण जी के देवरों में उनकी प्रतिमा के स्थान पर बडी ईटों की पूजा की जाती है। देवनारायण जी के अन्य देवरे-देवमाली (ब्यावर, अजमेर) , देवधाम जोधपुरिया (निवाईं, टोंक) व देव डूंगरी पहाड़ी चित्तौड़ में है।

NOTE: देवनारायण पेनोरमा मालासेरी आसीन्द, भीलवाड़ा में 4 करोड़ की लागत से 2018 में बना।

Leave a Comment

x