ईडाणा माता: अग्नि स्नान करने वाली देवी – उदयपुर शहर से 65 किलोमीटर दूर कुराबड़-बम्बोरा मार्ग पर श्री शक्ति पीठ ईडाणा माता का प्राचीन मंदिर है। मंदिर की खास बात यह है कि ईडाणा माता अग्नि स्नान करती हैं। यहां अचानक आग लगती है और ठंडी भी हो जाती है। बड़ी बात यह है कि आग छोटी नहीं लगती, ऐसी लपटे उठती है जो 5 किलोमीटर दूर से भी दिखाई देती है।
यह चमत्कारिक मंदिर राजस्थान के उदयपुर में स्थित है इस मंदिर के ऊपर कोई छत नहीं है और एकदम खुले चौक में स्थित है। इस मंदिर का नाम ईडाणा उदयपुर मेवल की महारानी के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
इस मंदिर में भक्तों की खास आस्था है, क्योंकि यहां मान्यता है कि लकवे से ग्रसित रोगी यहां मां के दरबार में आकर ठीक हो जाते हैं। ईडाणा माता मंदिर में अग्नि स्नान का पता लगते ही आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लग जाती है। मंदिर के पुजारी के अनुसार ईडाणा माता पर अधिक भार होने पर माता स्वयं ज्वालादेवी का रूप धारण कर लेती हैं। ये अग्नि धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करती है और इसकी लपटें 10 से 20 फीट तक पहुंच जाती है।
यहां भक्त अपनी इच्छा पूर्ण होने पर त्रिशूल चढ़ाने आते है और साथ ही जिन लोगों के संतान नहीं होती वो दंपती यहां झूला चढ़ाने आते हैं। खासकर इस मंदिर के प्रति लोगों का विश्वास है कि लकवा से ग्रसित रोगी मां के दरबार में आकर स्वस्थ हो जाते हैं।
FAQ
अग्नि स्नान करने वाली देवी कौन सी है?
अग्नि स्नान करने वाली देवी ईडाणा माता है उदयपुर शहर से 65 किलोमीटर दूर कुराबड़-बम्बोरा मार्ग पर श्री शक्ति पीठ ईडाणा माता का प्राचीन मंदिर है। मंदिर की खास बात यह है कि ईडाणा माता अग्नि स्नान करती हैं।
ईडाणा माता किसकी कुलदेवी है?
माता ईडाणा के इस मंदिर का नाम मेवाड़ की महारानी के नाम से प्रसिद्ध हुआ है। प्राचीन समय में मेवाड़ के राजा-राजवाड़े, ईडाणा माता को अपनी कुलदेवी के रूप मे पूजते थे।