Q31. निम्नलिखित में से राजस्थान के किस प्रदेश में ‘उत्खात-भूमि स्थलाकृति’ पाई जाती है?
(A) लूनी बेसिन
(B) चम्बल बेसिन
(C) शेखावाटी
(D) बांगड़ प्रदेश
Answer: B
Q32. राजस्थान की उत्तर से दक्षिण लम्बाई है?
(A) 669 किमी०
(B) 726 किमी०
(C) 826 किमी०
(D) 869 किमी०
Answer: C
- राजस्थान का पूर्व से पश्चिमी सीमा तक विस्तार 869 किमी० है.
राजस्थान की सीमा Borders of Rajasthan
Q33. राजस्थान का क्षेत्रफल देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का कितना प्रतिशत है ?
(A) 9.15%
(B) 10.41%
(C) 11.61%
(D) 13.54%
Answer: B
राजस्थान का क्षेत्रीय विस्तार 3,42,239 वर्ग किलोमीटर है। |
Q34. राजस्थान द्वारा विंड एवं हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी किस वर्ष में लागू की गई?
(A) 2011
(B) 2019
(C) 2020
(D) 2022
Answer: B
Q35. ढिल्लिका (दिल्ली) शहर की स्थापना किसने की?
(A) तोमर
(B) प्रतिहार
(C) परमार
(D) राठौर
Answer: A
ढिल्लिका, दिल्ली शहर का प्राचीन नाम है। दिल्ली का एक लंबा इतिहास रहा है और महाकाव्य काल के दौरान इंद्रप्रस्थ नामक शहर के रूप में जाना जाता था। दिल्ली की स्थापना अनंगपाल नाम के तोमर राजा ने की थी। |
Q36. 17 जुलाई, 1734 ई० को मेवाड़ के एक कस्बे हुरड़ा में हुए सम्मेलन का उद्देश्य था?
(A) राजस्थान की भूमि से मराठों की घुसपैठ व आतंक को समाप्त करना
(B) राजपूत राज्यों तथा मराठों में राजनैतिक संबंध स्थापित करना
(C) मराठों तथा मुगलों के बीच मैत्री संबंध को बढ़ावा देना
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer: A
हुरडा गाँव जो वर्तमान में भीलवाड़ा जिले में स्थित हैं जहाँ पर 17 जुलाई 1734 को एक सम्मेलन बुलाया गया था. इस सम्मेलन को बुलाने का उद्देश्य मराठा शक्ति पर अंकुश लगाना तथा राजपूताने पर निरंतर हो रहे मराठा आक्रमणों को रोकने के लिए रणनीति का निर्माण करना. हुरडा सम्मेलन के अध्यक्ष जगतसिंह द्वितीय थे. इस सम्मेलन में सवाई जयसिंह, जोरावर सिंह, दुर्जनसाल, अभयसिंह, बख्तसिंह, द्लेलिसिंह, गोपालदास और राजसिंह राजपूताने के ये शासक शामिल हुए थे। |
Q37. रामस्नेही संप्रदाय की सिंहथल शाखा के प्रवर्तक थे
(A) लालगिरी जी
(B) रामचरण जी
(C) हरिराम दास जी
(D) संतदास जी
Answer: C
रामस्नेही संप्रदाय के प्रवर्त्तक स्वामी रामचरण जी महाराज थे। इनका जन्म जयपुर के सोड़ा गांव में हुआ। इसकी प्रधान पीठ शाहपुरा, भीलवाड़ा में है। इनके उपदेश ‘अणर्भवाणी’ में संकलित है।
इस संप्रदाय की तीन शाखाएं हैं –
- रैण में शाखा, दरियापंथ की पीठ: मारवाड़ में मेडता के समीप रैण में संत दरियावजी के शिष्यों की गद्दी स्थित है। इनका जन्म जैतारण, पाली में हुआ।
- सिंहथल शाखा, बीकानेर
इस पीठ के संस्थापक हरिरामदासजी है। इनका प्रमुख ग्रंथ ‘निसानी’ है।
- खेड़ापा शाखा, जोधपुर
प्रवर्तक संत रामदासजी थे।
Q38. ‘संत भूरी बाई अलख’ का कार्यक्षेत्र था?
(A) मारवाड़
(B) मेवाड़
(C) वागड़
(D) गोडवाड़
Answer: B
संत भूरी बाई अलख का जन्म वर्ष 1949 में मेवाड़ क्षेत्र के राजसमंद जिले के सरदारगढ़ गांव में एक संपन्न परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता बहुत धार्मिक व्यक्ति थे। जब संत भूरी बाई 13 वर्ष की थीं, तब उनका विवाह एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति फथलजी सूथर से हुआ था।जल्द ही, उनके पति की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई और उन्होंने खुद को भक्ति के प्रति आकर्षित पाया। उन्होंने व्यापक दान कार्य किया और एक साधारण जीवन व्यतीत किया। वह अद्वैत वेदांत की सर्वोच्च भूमिका तक पहुँच चुकी थी। |
Q39. निम्नलिखित में से किसने चौरासी खम्बों की छतरी का निर्माण करवाया?
(A) राजा अनिरुद्ध
(B) राजा उम्मेदसिंह
(C) राव विष्णु सिंह
(D) जैसी बाई
Answer: A
इतिहासकारों के अनुसार इसका निर्माण सन् 1684 में तत्कालीन शासक राव राजा अनिरुद्ध सिंह ने अपनी धाय मां के पुत्र यानी धाभाई देवा की स्मृति में करवाया था। यह छतरी बूंदी के पास देवपुरा गांव में स्थित है। |
Q40. फूलडोल उत्सव मनाया जाता है?
(A) परनामी पंथ द्वारा
(B) वल्लभ पंथ द्वारा
(C) रामस्नेही पंथ द्वारा
(D) सतनामी पंथ द्वारा
Answer: C
फूल डोल मेला राजस्थान में भीलवाड़ा के शाहपुरा नामक स्थान पर चैत्र कृष्ण पक्ष की एकम् से पंचमी तक फूलडोल महोत्सव (मेला) मनाया जाता है। रामस्नेही संप्रदाय की प्रधान पीठ शाहपुरा, भीलवाड़ा में है।