राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने भर्ती परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को 10 जनवरी 2022 को नए साल का तोहफा दिया। आरपीएससी के अध्यक्ष डॉ. शिव सिंह राठौड़ ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ किया।
वन टाइम रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आवेदन प्रक्रिया को अत्यंत सरल बना देगी। अभ्यर्थी मात्र एक बार विवरण दर्ज करेगा व इसका उपयोग आयोग की अन्य भर्ती परीक्षाओं में आवेदन करते समय कर सकेगा।
वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के माध्यम से सभी अभ्यर्थियों को विशेषकर दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले अभ्यर्थियों को सहूलियत मिलेगी। आवेदनों में नाम की वर्तनी, पिता का नाम, गृह जिला आदि जैसी जानकारियों की प्रविष्टि के समय होने वाली गलती के कारण अभ्यर्थियों को व आयोग को भी काफी परेशानियों का सामना करना पडता है। कई बार अभ्यर्थियों द्वारा गलती सुधारने के लिए पुनः आवेदन तक कर दिया जाता है।
- ऐसे में आयोग को एक ही व्यक्ति के 2 व अधिक आवेदन भी प्राप्त होते हैं। इन आवेदनों में से एक आवेदन को मान्यता देना व दूसरे को खारिज करना पडता है।
- आयोग द्वारा दिए गए संशोधन के अवसर पर भी अभ्यर्थियों का अमूल्य श्रम व धन व्यय होता है। इन सबसे भर्ती प्रक्रिया में भी विलंब होता है साथ ही अभ्यर्थियों द्वारा की गयी त्रुटि अनावश्यक वादकरण का कारण भी बनती है। अभ्यर्थियों की इस समस्या पर आयोग द्वारा काफी समय से गहन अनुसंधान के बाद यह प्रक्रिया विकसित की जा रही है।
दो समान प्रोफाइल होने पर होगा सत्यापन:-
- वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में यदि डुप्लीकेट अभ्यर्थी प्रदर्शित होता है तो उसको अस्थाई तौर पर अनुमत करते हुए फार्म भरने दिया जाएगा किंतु आयोग बाद में उसका सत्यापन कर उसे अलग अभ्यर्थी होने की दशा में ही ओ.टी.आर. नम्बर देगा। अन्यथा उसको पूर्व में दिये गये ओ.टी.आर. नम्बर एवं एस.एस.ओ आई.डी.में विलय/मर्ज करेगा एवं अभ्यर्थी को एस.एम.एस. से सूचित करेगा। प्रथम बार आवेदन पश्चात अभ्यर्थी द्वारा अन्य परीक्षा अथवा विषय में आवेदन के समय पूर्व में प्रविष्ट किया गया पूर्ण डेटा प्रदर्शित होगा ताकि पुनः सम्पूर्ण विवरण नहीं भरना पडे़। इससे आयोग एवं अभ्यर्थी को काफी सहयोग मिलेगा एवं अनावश्यक समस्याओं एवं वादों से निजात मिलेगी
वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप:-
- अभ्यर्थी को अपनी एस.एस.ओ आई.डी. से लॉगिन करने के पश्चात स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल पर जाना होगा।
- स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल पर अभ्यर्थी को वन-टाइम रजिस्ट्रेशन लिंक को क्लिक करना होगा।
- वन-टाईम रजिस्ट्रेशन में अभ्यर्थी को अपना नाम, जन्म तिथि, पिता का नाम, जेण्डर एवं मोबाइल इत्यादि विवरण देने होंगे। यदि एस.एस.ओ प्रोफाइल में पूर्व में कोई विवरण भरा हुआ है तो वह भी यहां प्रदर्शित होगा।
- विवरण में कोई परिवर्तन करना है तो वह रजिस्ट्रेशन विंडो पर किया जा सकता है। विवरण को अद्यतन भी किया जा सकेगा।
- अभ्यर्थी को अपनी सैकण्डरी परीक्षा अथवा समकक्ष परीक्षा का रोल.न.,परीक्षा वर्ष एवं बोर्ड के इन्द्राज के साथ सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। भविष्य में ई-वाल्ट से इसे इंटीग्रेटेड भी किया जाएगा ताकि सर्टिफिकेट अपलोड की आवश्यकता न हो।
- अभ्यर्थी को अपना फोटो पहचान पत्र (पैन कार्ड, वोटर आई.डी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक मय विवरण) अपलोड करना होगा।
- अभ्यर्थी द्वारा प्रविष्ट की गई सूचना की पुष्टि की जाएगी।
- मोबाइल पर ओ.टी.पी. के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा।
- सत्यापन प्रक्रिया सफलतापूर्वक सम्पन्न करने पर यूनिक वन टाइम रजिस्ट्रेशन संख्या जनरेट हो जाएगी।
क्या है वन टाइम रजिस्ट्रेशन
वन टाइम रजिस्ट्रेशन के माध्यम से अभ्यर्थी को एक ही बार प्रोफाइल डिटेल देनी होगी। इससे अलग-अलग भर्तीयों के लिए आवेदन करते समय अभ्यर्थी को पुनः नाम, योग्यता व अन्य वांछित जानकारियां देने की आवश्यकता नहीं रहेगी। आयोग द्वारा दिए गए यूनिक नंबर को दर्ज करने मात्र से अभ्यर्थी द्वारा प्रोफाइल में दर्ज विवरण का फार्म में स्वतः ही इन्द्राज हो जाएगा। प्रोफाइल को समय-समय पर अद्यतन करने की सुविधा भी रहेगी।
वन टाइम रजिस्ट्रेशन के लाभ
- अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन के समय नाम की वर्तनी, लिंग, जन्म दिनांक व अन्य मूल विवरणों में जो त्रुटि हो जाती है उनकी संभावना कम होगी।
- आवेदन के समय अभ्यर्थी को मूल दस्तावेजों की बार-बार आवश्यकता नहीं पडेगी।
- आवेदन को पूरा भर कर सब्मिट करने में लगने वाले समय में कमी आएगी।
- दूर-दराज के क्षेत्रों में निवासरत अभ्यर्थियों को आवेदन में सहूलियत मिलेगी।
- त्रुटियों के कारण होने वाले वाद व परिवेदनाओं में कमी आएगी।
- त्रुटि सुधार के लिए होने वाले अभ्यर्थी के व्यय को कम किया जा सकेगा।
- भर्ती प्रक्रिया में आएगी तेजी।