हिमाचल प्रदेश बना देश का पहला एलपीजी सक्षम और धूम्रपान मुक्त राज्य: केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना (Ujjwala Schem) और राज्य सरकार की गृहिणी सुविधा योजना (Grahini Suvidha Yojana) के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश देश का पहला एलपीजी-सक्षम और धुआं मुक्त राज्य बन गया है।
केंद्र सरकार ने धुंए से निजात पाने के लिए उज्ज्वला योजना शुरू की थी। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की सहायता के लिए हिमाचल प्रदेश ने गृहिणी सुविधा योजना शुरू की गई थी।
उज्ज्वला योजना केंद्र सरकार द्वारा देश की महिलाओं को घर के अंदर होने वाले प्रदूषण से मुक्त करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इसके साथ ही हिमाचल सरकार ने योजना के तहत अधिक से अधिक महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए गृहिणी सुविधा योजना भी शुरू की।
मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना :
- मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना 26 मई 2018 को शुरू की गई थी। केंद्र और राज्य सरकार के ठोस प्रयासों से राज्य की महिलाएं घर के अंदर होने वाले प्रदूषण से मुक्त हो गई हैं। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण के लिए बिना गैस कनेक्शन वाले परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है।
क्या है उज्जवला योजना:
1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को आरंभ किया गया था। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लाभार्थियों को एलपीजी का कनेक्शन बांटती है। इस योजना का लाभ केवल महिलाएं उठा सकती हैं। आवेदक महिला की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। साथ ही एक ही घर में इस योजना के तहत कोई अन्य एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
- उज्जवला योजना के तहत 21.81 करोड़ रुपये की लागत से 1.36 लाख मुफ्त घरेलू कनेक्शन हिमाचल में दिए गए, जबकि हिमाचल सरकार की गृहिणी सुविधा योजना के तहत, 120 करोड़ रुपये की लागत से 3.23 लाख गृहिणियों को मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान किए गए।
NOTE: हिमाचल प्रदेश की राजधानी: शिमला (ग्रीष्मकालीन), धर्मशाला (शीतकालीन)