नीति आयोग ने चौथा राज्य स्वास्थ्य सूचकांक (Health Index) जारी किया: 27 दिसंबर, 2021 को नीति आयोग (NITI Aayog) ने 2019-20 के लिए राज्य स्वास्थ्य सूचकांक (State Health Index ) का चौथा संस्करण जारी किया है जो स्वास्थ्य परिणामों और स्थिति में वृद्धिशील प्रदर्शन प्रदान करता है। मामले में केरल (इंडेक्स स्कोर 82.20 ) चौथी बार सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में उभरा।
सूचकांक NITI Aayog, विश्व बैंक और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) द्वारा विकसित किया गया है । “स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत (Healthy States, Progressive India)” शीर्षक वाली रिपोर्ट राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य परिणामों में साल-दर-साल वृद्धिशील प्रदर्शन के साथ-साथ उनकी समग्र स्थिति के आधार पर रैंक करती है।
सूचकांक 2017 से संकलित और प्रकाशित किया जा रहा है। रिपोर्ट का उद्देश्य राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों के निर्माण और सेवा वितरण में सुधार के लिए प्रेरित करना है।
- समान संस्थाओं के बीच तुलना सुनिश्चित करने के लिए, रैंकिंग को ‘बड़े राज्यों’, ‘छोटे राज्यों’ और ‘केंद्र शासित प्रदेशों’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है:
- वार्षिक वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में ‘बड़े राज्यों’ में, उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना शीर्ष तीन रैंकिंग वाले राज्य हैं।
- हीं 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में प्रदर्शन में सुधार करने के मामले में ‘बड़े राज्यों’ की श्रेणी में उत्तर प्रदेश पहले नंबर रहा। उत्तर प्रदेश में 5.52 इंक्रीमेंटल स्कोर दर्ज किया।
- स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में केरल (इंडेक्स स्कोर 82.20 ) चौथी बार सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में उभरा।
- स्वास्थ्य मानकों पर बिहार दूसरे और मध्य प्रदेश तीसरे सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला है।
- ‘छोटे राज्यों’ में, मिजोरम और मेघालय ने अधिकतम वार्षिक वृद्धिशील प्रगति दर्ज की है।
- केंद्र शासित प्रदेशों में, दिल्ली के बाद जम्मू और कश्मीर ने सबसे अच्छा वृद्धिशील प्रदर्शन दिखाया।
- 2019–20 में समग्र सूचकांक स्कोर के आधार पर, शीर्ष रैंकिंग वाले राज्य केरल और तमिलनाडु ‘बड़े राज्यों’ में, मिजोरम और त्रिपुरा ‘छोटे राज्यों’ में और केंद्र शासित प्रदेशों में दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव और चंडीगढ़ थे।
राज्य स्वास्थ्य सूचकांक रिपोर्ट के मुताबिक ओवरऑल प्रदर्शन के मामले में केरल का इंडेक्स स्कोर 82.20 रहा, जबकि उत्तर प्रदेश का 30.57 था। दूसरे स्थान पर तमिलनाडु (72.42), तीसरे पर तेलंगाना (69.96), आंध्रप्रदेश (69.95), महाराष्ट्र (69.14), गुजरात (63.59), हिमाचल (63.17), पंजाब (58.08), कर्नाटक (57.93), छत्तीसगढ़ (50.70), हरियाणा (49.26), असम (47.74), झारखंड (47.55), ओडिशा (44.31), उत्तराखंड (44.21), राजस्थान (41.33), मध्य प्रदेश (36.72), बिहार (31.00) और उत्तर प्रदेश (30.57) का नंबर रहा।