राजस्थान उच्च न्यायालय के बारे में जानकारी

राजस्थान उच्च न्यायालय के बारे में जानकारी I Rajasthan High Court: राजस्थान में न्यायिक व्यवस्था के शीर्ष स्तर पर राजस्थान उच्च न्यायालय है। राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना 29 अगस्त 1949 को राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, 1949 के तहत की गई थी।

राजस्थान राज्य के उद्घाटन से पहले रियासतों में अपने-अपने उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालय कार्यरत थे।

राजस्थान राज्य का उद्घाटन 30 मार्च, 1949 को हुआ और तत्समय जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर और अलवर में कार्यरत पाँच रियासतकालीन उच्च न्यायालयों को राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, 1949 द्वारा समाप्त कर दिया गया। प्रारंभ में उच्च न्यायालय द्वारा जयपुर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा स्थानों से भी सुनवाई की गयी।

संविधान के अनुच्छेद 214 के तहत राजस्थान उच्च न्यायालय का उद‌्घाटन जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय द्वारा 29 अगस्त, 1949 को जोधपुर में किया गया।

प्रथम मुख्य न्यायाधीश कमलकान्त वर्मा एवं 11 अन्य न्यायाधीशों को महाराजा मानसिंह II ने शपथ दिलवाई।

  1. न्यायमूर्ति कमल कांत वर्मा (Justice K.K. Verma)- (मुख्य न्यायाधीश)
  2. न्यायमूर्ति कंवर लाल बापना (Justice K.L Bapna)- जयपुर
  3. न्यायमूर्ति इब्राहिम (Justice Ibrahim)- जयपुर
  4. न्यायमूर्ति शार्दूल सिंह मेहता (Justice S.S. Mehta)- उदयपुर
  5. न्यायमूर्ति जवान सिंह राणावत (Justice J.S. Ranawat)- उदयपुर
  6. न्यायमूर्ति नवल किशोर (Justice Nawal Kishore)- जोधपुर
  7. न्यायमूर्ति अमर सिंह जसोल (Justice Amar Singh Jasol)- जोधपुर
  8. न्यायमूर्ति त्रिलोचन दत्त (Justice Trilochan Dutt)- बीकानेर
  9. न्यायमूर्ति दुर्गाशंकर दवे (Justice Durga Shankar Dave)- बूंदी
  10. न्यायमूर्ति के.के. शर्मा (Justice K.K. Sharma)- भरतपुर
  11. न्यायमूर्ति आनंद नारायण कौल (Justice Anand Narain Kaul)- अलवर
  12. न्यायमूर्ति क्षेमचंद गुप्ता (Justice Kshemchand Gupta)- कोटा

कमल कांत वर्मा राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले उदयपुर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी रहे थे।

पी. सत्यनारायण राव समिति (सदस्य – पी. सत्यनारायण राव, वी. विश्वनाथन, बी. के. गुप्ता) की सिफारिश पर राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर की बेंच 1958 में समाप्त कर दी गयी। सन् 1977 में पुन: जयपुर बेंच की स्थापना की गयी।

 राजस्थान उच्च न्यायालय में वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित 50 न्यायाधीश के पद स्वीकृत है।

  • स्थापना के समय राजस्थान उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्य 12 थी।
  • सन् 1956 में राजस्थान उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 7 कर दी गई थी।
  • सन् 2015 में राजस्थान उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 50 कर दी गई थी।

 NOTE: वर्तमान राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ऑगस्टिन जार्ज मसीह (30 मई 2023 से वर्तमान) है।

वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय के अधीन कुल 35 जजशिप या जिला न्यायालय है। जैसे-

जोधपुर बेंच के तहत जिला न्यायालय (19)जयपुर बेंच के तहत जिला न्यायालय (16)
बालोतरा (बाड़मेर)अजमेर
बांसवाड़ा अलवर
भीलवाड़ाबाराँ
बीकानेरभरतपुर
 चित्तौड़गढ़बूंदी
चुरूदौसा
डूंगरपुरधौलपुर
हनुमानगढ़जयपुर
जैसलमेरजयपुर मेट्रो
जालौरझालावाड़
जोधपुर मेट्रोझुंझुनू
जोधपुरकरौली
नागौरकोटा
पालीसवाई माधोपुर
प्रतापगढ़सीकर
राजसमंद टोंक
सिरोही 
 श्री गंगानगर 
उदयपुर 

राजस्थान में कुल 2 जिला न्यायालय ऐसे है जिन्हें जिला मुख्यालय पर स्थापित नहीं किया गया है। जैसे-

  1. बाड़मेर जिला न्यायालय को बालोतरा में स्थापित किया गया है।
  2. नागौर जिला न्यायालय को मेड़ता में स्थापित किया गया है।

NOTE: संविधान लागु होने के बाद प्रथम मुख्य न्यायाधीश श्री कैलाशनाथ वांचू थे। श्री कैलाशनाथ वांचू मुख्य न्यायाधीश के पद पर सर्वाधिक लम्बी अवधि तक पदासीन रहे। (1951-1958)

राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना कब की गई थी?

राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना 29 अगस्त 1949 को राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, 1949 के तहत की गई थी।

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